राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एन० सी० एफ० ) के अनुरूप पाठ्यक्रम। कल्पनाशील गतिविधियां एवं रचनात्मक प्रस्तुतीकरण। बौद्धिक स्तर पर विशेष ध्यान। मौखिक, लिखित तथा सृजनात्मक गतिविधियों का विकास। मानक वर्तनी एवं व्याकरण पर विशेष ध्यान। मनोरंजक गतिविध्यिों का क्रियाकलाप के अंतर्गत समावेश।