मेजर सुरेंद्र नारायण माथुर, एस.एम. (से.नि.) BE, ACE, PGDBM. जन्म : 1950 में जोधपुर में। 1971 में सेना के कोर ऑफ इंजीनियर में कमीशन हुए। 1971 के भारत-पाक युद्ध में जम्मू के चिकन-नेक क्षेत्र में भाग लिया, जहाँ भारतीय सेना ने विजय हासिल की । सेना में राष्ट्रीय स्तर के नौकायन, रोइंग व हॉर्स-पोलो आदि खेलों के खिलाड़ी रहे तथा रोइंग में ओलंपिक (टोक्यो), एशियन गेम्स (हिरोशिमा), अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता (शंघाई) आदि में अंतरराष्ट्रीय निर्णायक रहे। प्रथम भारतीय साहसिक अभियान, जिसमें सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स के दस अधिकारियों ने 37 फीट लंबी पाल- नौकायन “तृष्णा' से 54,000 कि.मी. की यात्रा 470 दिनों में संपूर्ण विश्व की परिक्रमा कर कीर्तिमान स्थापित किया, के सदस्य रहे; इसके लिए सम्मानित भी हुए। भारतीय एवं विदेशी देशज लोगों से जुड़कर उनकी जीवनयात्रा और उनके पौराणिक-सनातन-संस्कृति के संबंधों की खोज में जीवन समर्पित किया। पैंतीस देशों की यात्राएँ कीं । सेना में सेना मंडल, यू के. के ओशन क्रूजिंग क्लब, महाराणा प्रताप पुरस्कार, मेवाड़ फाउंडेशन पुरस्कार, आर्मी एडवेंचर ट्रॉफी, इंडियन ब्लू तथा 'संत ईश्वर संस्कृति सेवा सम्मान' आदि प्रतिष्ठित अलंकरणों से विभूषित।