स.ही. वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ हिंदी साहित्य के इतिहास में अज्ञेय एक कवि, कथाकार और आलोचक के रूप में अन्यतम हैं। अपनी कहानियों के चलते ही उन्हें ‘अज्ञेय’ उपनाम मिला था। सभी विधाओं में श्रेष्ठ रचनाएँ देनेवाले अज्ञेयजी की कहानियाँ भी हिंदी के इतिहास में अमिट हैं। उन्होंने मानवीय अनुभवों के उन क्षणों को अपनी कहानियों में चित्रित किया है, जिन्हें सिर्फ उनके यहाँ ही देखा जा सकता है। स्त्री जीवन की एकरसता और ऊब पर लिखी गई अमर कहानी ‘रोज’ हो अथवा भारत विभाजन पर ‘शरणदाता’ जैसी मार्मिक कहानी, अज्ञेय का कहानी कौशल देखते ही बनता है। प्रस्तुत चयन कहानी के युवा आलोचक पल्लव ने तैयार किया है, जिसमें अज्ञेय द्वारा लिखी गई विभिन्न कालखंडों से प्रतिनिधि, लोकप्रिय और श्रेष्ठ कहानियों को संकलित कर दिया गया है। पुस्तक की भूमिका में उन्होंने अज्ञेय के कहानी संबंधी विचारों का भी विश्लेषण किया है। नई पीढ़ी के लिए इन कहानियों को पढ़ना हिंदी कथा साहित्य के शुभ्र पक्ष को जानना और कहानीकला के रहस्यों को समझने जैसा अनुभव होगा, इसमें संदेह नहीं।.