मेरा नाम नाज़रीन अंसारी है और मैं एक लेखिका हूँ। मेरी पहली पुस्तक 'माँ' एक बेटी के एहसास की कहानी, माँ से मेरे रिश्ते का अनुभव थी। यह मेरी दूसरी पुस्तक है, जिसका शीर्षक है 'लफ्ज़ो का संगम'। यह एक काव्य-संग्रह है। मैंने इस पुस्तक में अपनी भावनाओं और विचारों को कविता के रूप में लेखन द्वारा पिरोया है। अपने मन के जखीरे (खजाने) से लफ्ज़ो को जोड़कर, इस पुस्तक में सजाया है। दिल के जज्बातो को आप सबके समक्ष उतारा है। हिंदी और उर्दू दोनों प्रिय भाषाओं के संगम से अपनी कविताओं को निखारा है। इस आशा के साथ मैं आगे भी लेखन के मार्ग पर चलती रहूंगी कि आप सब पाठक मेरी पुस्तक को पढ़ते रहेंगे और आगे लिखने के लिए मुझे प्रोत्साहित करते रहेंगे।