राजीव 'आचार्य' प्रयागराज में जन्म, उत्तर प्रदेश सरकार में वरिष्ठ अधिकारी, प्रदेश के महत्त्वपूर्ण राज्य स्तरीय संस्थाओं/संस्थानों में निदेशक/प्रबंध निदेशक के दायित्वों का निर्वहन। एम.बी.ए. (फाइनेंस) तथा एम-एस.सी. (कंह्रश्वयूटर एह्रश्वलीकेशन) की शिक्षा के साथ-साथ ज्योतिषशास्त्र में 'आचार्य' तथा वास्तुविद्या में 'वास्तुशास्त्राचार्य' की उपाधि प्राह्रश्वत की। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं, संस्थाओं द्वारा अनेक साहित्य-सम्मान, यथा—'तुलसीदास साहित्य सम्मान', 'साहित्य गौरव अवॉर्ड 2021', 'साहित्य संवाहक', उ.प्र. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान का 'साहित्य गौरव सम्मान 2021', 'रेवांत साहित्य गौरव सम्मान 2022', ज्योतिष महासंघ के द्वारा 'अवध गौरव ज्योतिष सम्मान', महर्षि पराशर विद्यापीठ द्वारा 'ज्योतिष गौरव सम्मान', अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष महासंघ, हॉलैंड द्वारा 'अंतरराष्ट्रीयवास्तु आईकॉन अवॉर्ड' से अलंकृत। जर्मनी, साउथ कोरिया में विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्राह्रश्वत। 'श्रीरामचरितमानस और प्रबंधन नीति' पुस्तक प्रकाशित। वर्तमान में सरकारी सेवा में रहते हुए अध्ययनरत।