डॉ. दीप नारायण पाण्डेय भारतीय वन सेवा के 1988 बैच के अधिकारी हैं और वर्तमान में राजस्थान के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) हैं। उन्हें उष्णकटिबंधीय वनों के प्रबंध और पुनर्स्थापन में विश्व के अग्रणी प्रबंधकों एवं वैज्ञानिकों में गिना जाता है। उन्होंने क्षेत्रीय वन अधिकारी, राज्य वन सेवा और भारतीय वन सेवा, तीनों स्तरों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा वानिकी में डॉक्टरेट किया है। वर्ल्ड बैंक, वाशिंगटन डीसी, सेंटर फॉर इंटरनेशनल फॉरेस्टरी रिसर्च, बोगोर, इंडोनेशिया सहित विभिन्न संस्थानों में कार्य का लंबा अनुभव। उनके कई शोधपत्र और पुस्तकें प्रकाशित हैं। उन्हें मिले अनेक पुरस्कारों में भारत में वानिकी के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा दिया जानेवाला 'इंदिरा प्रियदर्शिनी वृक्षमित्र पुरस्कार, 1994' प्रमुख है। आयुर्वेद अनुसंधान में असाधारण योगदान के लिए आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग, राजस्थान सरकार का 'धन्वंतरि पुरस्कार' भी वर्ष 2015 में मिल चुका है।