डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भारत के सर्वाधिक जाने माने वैज्ञानिकों में से हैं। उन्हें भारत का प्रथम उपग्रह प्रक्षेपास्त्र वाहन, एस.एल.वी.-3 और सामरिक प्रक्षेपास्त्रों के विकास का श्रेय प्राप्त है। उन्होंने भारत को आर्थिक रूप से विकसित राष्ट्र बनाने की रूपरेखा ‘भारत विजन 2020’ तैयार करवाई। उन्होंने भारत के राष्ट्रपति पद को भी सुशोभित किया। उन्हें विश्व के अड़तीस विश्वविद्यालयों ने डॉक्टरेट की मानद उपाधियों से सम्मानित किया है। उन्हें भारत के तीन सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’, ‘पद्मविभूषण’ और ‘पद्भूषण’ भी प्रदान किए गए। कलाम ने विभिन्न विषयों पर बीस से भी अधिक पुस्तकें लिखी हैं, जिनका विश्व भर की अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है। अब वे कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में विभिन्न सामाजिक विषयों पर व्याख्यान देते हैं। अरुण कुमार तिवारी बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर हैं और केयर फाउंडेशन, हैदराबाद के निदेशक हैं। सन् 1987 में उन्होंने रचनात्मक विज्ञान लेखन प्रारंभ किया और अनेक पुस्तकें लिखीं, जिनमें डॉ. ए.पी.जे. कलाम के साथ लिखी लोकप्रिय पुस्तक ‘अगिन की उड़ान’, ‘हमारे पथ प्रदर्शक’ तथा ‘विजयी भव’ प्रमुख हैं।.