Mamata Ka Mahatandav Karahata Bengal

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ISBN : 9789390900039
Publisher : Prabhat Prakashan (9 April 2021); Prabhat Prakashan Pvt. Ltd., 4/19, Asaf Ali Raod, New Delhi-110002 (PH: 7827007777) Email: prabhatbooks@gmail.com
Author : sanjay rai
Binding : Paperback
Weight : 0.20 (in KGs)
Category : Hindi
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संजय राय शेरपुरिया हर बड़ी यात्रा की शुरुआत पहले कदम से होती है, जो विकास और निरंतरता की कहानी बनता है। इसका जीवंत उदाहरण है संजय राय और उनके समूह की विकास गाथा। उनकी कहानी सीमित संसाधनों में असीमित सपनों को साकार करने, उन्हें अपनी मेहनत, लगन और सूझ-बूझ से जमीन पर उतारने तथा उसे बडे़ व्यावसायिक संस्थानों में परिणत करने की है। सुदूर असम में एक सामान्य किसान परिवार में जन्म लेनेवाले संजय राय अपने सपनों को साकार करने के लिए 17 साल की उम्र में गुजरात आए। उनके साथ जो कुछ भी था, वह हाई स्कूल की डिग्री थी। अपनी कार्य कुशलता, उत्पादन गुणवत्ता के लिए नई उद्यमिता की निरंतर खोज, सांगठनिक क्षमता से कार्य कुशलता को आगे बढ़ाना और ग्राहक सेवा पर विशेष ध्यान देने की उनकी कार्यशैली ने बहुत कम समय में उन्हें अभूतपूर्व सफलता दी है। सन् 1997 में प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत सरकार से प्राप्त एक लाख रुपए के ऋण के साथ गुजरात से उनकी व्यावसायिक यात्रा और उद्यमशीलता की शुरुआत हुई। संजय राय का समूह आज रसायन, हाइड्रोकार्बन, नमक, ग्रीन ईंधन, खनन, कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी और कई अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज करवा रहा है।.

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