"दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय चिंतक, विचारक, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता राष्ट्रकरषि श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी का जन्म 10 नवंबर, 1920 को दीपावली के दिन महाराष्ट्र में हुआ। सन् 1934 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए। नागपुर के मॉरिस कॉलेज से स्नातक व लॉ कॉलेज से एल.एल.बी. की उपाधि प्राप्त की। 1942 में संघ के प्रचारक बनकर केरल प्रांत पहुँचे । 1949-50 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विदर्भ प्रांत में सेवाएँ दीं। 1955 में 'भारतीय मजदूर संघ' की स्थापना की। साथ ही भारतीय किसान मंच, सामाजिक समरसता मंच, सहकार भारती, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत व अनेक प्रमुख संगठनों के संस्थापक-संरक्षक सदस्य के रूप में दिशा दी | भारत और विश्व के मजदूर संगठनों का मार्गदर्शन करते रहे। सन् 1964 से 1976 तक राज्यसभा के सदस्य रहते हुए देश की अतुलनीय सेवा की । स्वभाव से दार्शनिक एवं अनेक भाषाओं के जानकार ठेंगड़ीजी ने 200 से अधिक पुस्तकों का सृजन किया; सैकड़ों प्रतिवेदन प्रकाशित किए तथा हजारों की संख्या में उनके आलेख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। मजदूर क्षेत्र में अग्रणी नेता के रूप में तीन दर्जन देशों की यात्रा की और विश्व मजदूर आंदोलन को भी प्रभावित किया। स्मृतिशेष : 14 अक्तूबर, 2004 को पुणे में ।"