प्रो. पुनीत बिसारिया बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी के हिंदी विभाग में आचार्य एवं अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। उनकी अब तक 40 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे 22 सम्मानों से अलंकृत हैं तथा उ.प्र. शासन द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू किए जाने हेतु गठित एकीकृत हिंदी पाठ्यक्रम समिति के संयोजक हैं। भाषा पाठ्यक्रम निर्माण समिति के सदस्य, साथ ही बुंदेलखंड विकास बोर्ड की शिक्षा समिति के भी सदस्य हैं। दूरभाष : 9450037871 – इ-मेल : [email protected] प्रो. वीरेंद्र सिंह यादव, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के हिंदी एवं भारतीय भाषा विभाग में आचार्य एवं पूर्व विभागाध्यक्ष हैं। उनकी अनेक पुस्तकें एवं शोधपत्र प्रकाशित हैं। उन्हें अनेक सम्मानों से भी अलंकृत किया गया है। वे 'कृतिका' अंतरराष्ट्रीय शोध जर्नल के संपादक हैं तथा उ.प्र. शासन द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू किए जाने हेतु गठित एकीकृत हिंदी पाठ्यक्रम समिति के सदस्य हैं। दूरभाष : 9415924888 – इ-मेल : [email protected] डॉ. यतेंद्र सिंह कुशवाहा डी.ए.वी. कॉलेज, कानपुर में हिंदी के सहायक आचार्य पद पर कार्यरत हैं। उनकी अब तक पाँच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे उ.प्र. शासन द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू किए जाने हेतु गठित एकीकृत हिंदी पाठ्यक्रम निर्माण समिति के सदस्य हैं। दूरभाष : 9336109161 – इ-मेल : [email protected]