ब्रिगेडियर पी.एस. भटनागर 36 वर्ष से अधिक सेना में विभिन्न पदों पर रहे, जिनमें इंडियन मिलिटरी अकादमी, देहरादून; ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई, सैनिक स्कूल कुंजपुरा (हरियाणा); सैनिक स्कूल बालाचढ़ी (गुजरात); पंजाब व कुमाऊँ इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर; सेना शिक्षा कॉलेज एवं सेंटर, पचमढ़ी; तीन विभिन्न ब्रिगेडों, जोकि बर्फीले पहाड़ों से मरुस्थल व इंसर्जेंसी क्षेत्रों में स्थित थीं, के अलावा तीन-तीन कमांड व कोर मुख्यालयों, जो कि जम्मू- कश्मीर, नागालैंड, मणिपुर, सिक्किम व कारगिल युद्धक्षेत्र में तैनात थे, से अनुभव प्राप्त किया। सैनिक सेवा के उपरांत 20 देशों के भ्रमण से प्राप्त अनुभव ने जीवन-यात्रा में मानवीय संबंधों के मूल्य व समाजश्त्रियों के विचारों को समझने में विशेष योगदान दिया। यह प्रस्तुति उपर्युक्त अनुभवों के निष्कर्षो पर आधारित है और यह अपेक्षा है कि प्रस्तुत विचार संबंधों में सकारात्मक बदलाव व आनंद लाएँगे।